By Jokesimages
भगवान – क्या चाहिए तुझे? काका – एक नौकरी, पैसों से भरा कमरा, सुकून की नींद और गर्मी से छुटकारा। भगवान – तथास्तु आज काका ATM में गार्ड है.
गर्मी के मौसम में बाइक अगर धूप में खड़ा हो तो सीट पर बैठते ही आत्मज्ञान हो जाता है कि – . . . . पेड़ लगाना क्यों जरूरी है…
गर्मी के मौसम में – पंखा धीरे-धीरे चले तो चुर्र-चुर्र, तेज हो तो नाक सुर्र-सुर्र, बंद हो तो मच्छर भुर्र-भुर्र, इन चक्करों में नींद फुर्र-फुर्र।
गर्मी ज्यादा लग रही हो तो आइस्क्रीम चाटों, दिमाग नहीं।
सलाद में कच्चे आम (केरी) खाये। हमेशा साथ में छोटा प्याज रखे। सिर और कान हमेशा ढक कर रखें। खूब सारा पीनी पीये। . और फिर भी अगर लू लग जाएँ तो अपनी पत्नी को बताइये। . पत्नियाँ अच्छे अच्छों की गर्मी उतारने में माहिर होती है.
इंजीनियर – आज मेरे पास गाड़ी है, बंगला है, नौकर-चाकर है, बैंक बैलेंस है… तुम्हारे पास क्या है? टीचर – मेरे पास गर्मी की छुट्टियाँ है,
हमेशा स्पेशल बनकर रहे, क्योंकि गर्मी आ गई है… . . . . . . “आम” हुए तो अचार बना दिए जाओगे।
गर्मी ने तो हद ही कर दी अब तो मच्छर भी कान के पास आकर पूछता है ❔ सुन भाई तेरा खून ठंडा तो है ना
आज कल गर्मी इतनी ज्यादा है कि दो खम्बे एक कुत्ते के लिए झगड़ रहे है
गर्मी तो बहुत पढ़ रही है। फिर भी उनका दिल पिघलने का नाम ही नहीं ले रहा
गज़ब की गर्मी हैं, दिल करता हैं कि… कम्बल ओढ़ के आत्महत्या कर लूँ.