स्टूडेंट के दिलों की आवाज। जिन्दगी का रुख मोड़ देंगे। सारी बन्दिस तोड़ देंगे। ये सेमेस्टर जैसे तैसे निकल जाये। अगले सेमेस्टर में तो पक्का रिकॉर्ड तोड़ देंगे।
हम जीते एक बार है। मरते एक बार हैं। प्यार एक बार होता है। और शादी भी एक ही बार होती है, तो ये exam बार बार क्यों ।
बुक खुलती है, exam का शमा होता है। . . ऐसे मौसम में ही तो दिमाग तबाह होता है। . . . बुक की बातें दिमाग तक नहीं आती। . . . फ़साना तो मार्कशीट से बयां होता है।
लम्हा लम्हा वक्त गुजर जायेगा। चंद लम्हों में exam आ जायेगा। अभी भी वक्त है, दो लाइन पढ़ लो। वरना पास क्या मुन्ना भाई करवायेगा।
Exam के 4 दिन पहले सिलेबस देखा तो याद आया। कुछ तो हुआ है, कुछ हो गया है। Exam के दिन पेपर देख कर याद आया। सब कुछ अलग है सब कुछ नया है।
हम जीते एक बार है। मरते एक बार हैं। प्यार एक बार होता है। और शादी भी एक ही बार होती है तो ये exam बार बार क्यों ?
लड़के का पिता अपने लड़के को बेदम मार रहा था। पडोसी : क्यों मार रहे हो इतना, क्या हुआ?? लड़के का पिता : कल सुबह इसका परीक्षा का रिजल्ट आनेवाला है। भाई मैं कल अपने गाँव जा रहा हूँ।
अभी तो exam का साया है। exam के दिनों में सुख किसने पाया है। दुनियाँ वाले कहते हैं अच्छे नंबर लो। पर इन्हें कौन समझाये ये तो मोह माया है।
मैं सिर्फ ये सोच कर पेपर खाली दे आता हु। कि कहीं टीचर ये ना कहे। ये तो बड़ो को जवाब देता है।
स्टूडेंट के दिलों की आवाज। जिन्दगी का रुख मोड़ देंगे। सारी बन्दिस तोड़ देंगे। ये सेमेस्टर जैसे तैसे निकल जाये। अगले सेमेस्टर में तो पक्का रिकॉर्ड तोड़ देंगे।
वो मुड़ मुड़ के देख रहे थे हमें। हम मुड़ मुड़ के देख रहे थे उन्हें, वो हमें, हम उन्हें, हम उन्हें, वो हमें, क्योंकि परीक्षा में। न उन्हें कुछ आता था, न हमें।