आज यारों को मुबारक हो कि सुब्ह-ए-ईद हैं, राग हैं मय हैं चमन हैं दिल रुबा हैं दीद हैं। ईद मुबारक।।
कोई इस चाँद से तो पूछे उसका मजहब क्या हैं, कल ईद पे हंस रहा था आज तीजे पे मुस्करा रहा हैं।। ईद मुबारक।।
चुपके से चाँद की चांदनी छू जाए, आपको धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको। दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से, हम दुआ करते हैं मिल जाए वो आपको। ईद मुबारक।।
ईद का त्यौहार आया हैं, खुशियां अपने संग लाया हैं। खुदा ने दुनिया को महकाया हैं, देखो फिर से ईद का त्यौहार आया हैं। ईद मुबारक।।
मिले हर कदम पर रजा-ए खुदा फना हो, लब्ज-ए-गम यही हैं दुआ बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा।। ईद मुबारक।।
मिले हर कदम पर रजा-ए खुदा फना हो, लब्ज-ए-गम यही हैं दुआ बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा।। ईद मुबारक।।
जो खो गया हम से अंधेरी रातों में, उसी को ढूढ़ने के लिए ईद आई हैं।। ईद मुबारक।
जिंदगी के हर पल खुशियों से कम न हो, आप के हर दिन ईद के दिन से कम न हो। ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो।