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Muharram Wishes in Hindi

Muharram Wishes

इस पेज पर आप Muharram Wishes in Hindi पड़ेंगे जिसमें आपको Muharram Wishes के साथ शानदार Images भी मिल जाएगी जिसे आप Download करके अपने परिजनों को भेजकर Muharram की हार्दिक शुभकामनाएं दे सकते हैं।

“मुहर्रम (Muharram) मातम मनाने और धर्म की रक्षा करने वाले हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने का दिन है. मुहर्रम के महीने में मुसलमान शोक मनाते हैं और अपनी हर खुशी का त्‍याग कर देते हैं”

मुहर्रम (Muharram) इस्‍लामी महीना है और इससे इस्‍लाम धर्म के नए साल की शुरुआत होती है वर्ष 2022 में मुहर्रम 09 अगस्त दिन मंगलवार को मनाया जाएगा।

लेकिन 10 वें मुहर्रम को हजरत इमाम हुसैन की याद में मुस्लिम मातम मनाते हैं मान्‍यता है कि 10 वें मोहर्रम के दिन ही इस्‍लाम की रक्षा के लिए हजरत इमाम हुसैन ने अपने प्राण त्‍याग दिए थे।

वैसे तो मुहर्रम इस्‍लामी कैलेंडर का महीना है लेकिन आमतौर पर लोग 10 वें मोहर्रम को सबसे ज्‍यादा तरजीह देते हैं।

इस बार 10 वां मोहर्रम 9 अगस्त को है इस दिन को रोज-ए-आशुरा (Roz-e-Ashura) कहते हैं यहां पर हम आपको मुहर्रम से जुड़ी हुई Muharram Wishes in Hindi बता रहे हैं जिन्हें आप अपने करीबियों या फिर दोस्त को भी भेज सकते हैं।

Muharram Wishes in Hindi

फिर आज हक़ के लिए जान फिदा करे कोई
वफ़ा भी झूम उठे यूँ वफ़ा करे कोई
नमाज़ 1400 सालों से इंतज़ार में है
हुसैन की तरह मुझे फिर अदा करे कोई

हुसैन तेरी अता का चश्मा दिलों के दामन भिगो रहा है
ये आसमान में उदास बादल तेरी मोहब्बत में रो रहा है
सबा भी जो गुजरे कर्बला से तो उसे कहता है अर्श वाला
तू धीरे गुजर यहाँ मेरा हुसैन सो रहा है

वो जिसने अपने नाना का वादा वफ़ा कर दिया
घर का घर सुपुर्द-ए-खाक कर दिया
नोश कर लिया जिसने शहादत का जाम
उस हुसैन इब्न अली को लाखों सलाम

पानी की तलब हो तो एक काम किया कर
कर्बला के नाम पर एक जाम पिया कर
दी मुझको हुसैन इब्न अली ने ये नसीहत
जालिम हो मुक़ाबिल तो मेरा नाम लिया कर

क्या हक़ अदा करेगा ज़माना हुसैन का
अब तक ज़मीन पे क़र्ज़ है सजदा हुसैन का
झोली फैला कर मांग लो मोमिनो
हर दुआ कबूल करेगा दिल हुसैन का

एक दिन बड़े गुरुर से कहने लगी जमीन
है मेरे नसीब में परचम हुसैन का
फिर चाँद ने कहा मेरे सीने के दाग देख
होता है आसमान पर भी मातम हुसैन का

यूँ ही नहीं जहाँ में चर्चा हुसैन का
कुछ देख के हुआ था ज़माना हुसैन का
सर दे के जो जहाँ की हुकूमत खरीद ले
महंगा पड़ा यज़ीद को सौदा हुसैन का

दश्त-ए-बाला को अर्श का जीना बना दिया
जंगल को मुहम्मद का मदीना बना दिया
हर जर्रे को नज़फ का नगीना बना दिया
हुसैन तुमने मरने को जीना बना दिया

कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज़ है
उस नवासे पर मुहम्मद को नाज़ है
यूँ तो लाखों सिर झुके सज़दे में लेकिन
हुसैन ने वो सज़दा किया जिस पर खुदा को नाज़ है

अपनी तक़दीर जगाते है तेरे मातम से
खून की राह बिछाते हैं तेरे मातम से
अपने इज़हार-ए-अक़ीदत का सिलसिला ये है
हम नया साल मनाते है तेरे मातम से

सिर गैर के आगे ना झुकाने वाला
और नेजे पे भी कुरान सुनाने वाला
इस्लाम से क्या पूछते हो कौन हुसैन
हुसैन है इस्लाम को इस्लाम बनाने वाला

क्या जलवा कर्बला में दिखाया हुसैन ने
सजदे में जा कर सिर कटाया हुसैन ने
नेजे पे सिर था और ज़ुबान पे आयतें
कुरान इस तरह सुनाया हुसैन ने।

न हिला पाया वो रब की मैहर को
भले जीत गया वो कायर जंग
पर जो मौला के दर पर बैखोफ शहीद हुआ
वही था असली और सच्चा पैगम्बर

करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात बने
ईमान फिर से जगाओ तो कोई बात बने
लहू जो बह गया कर्बला में
उसके मकसद को समझो तो कोई बात बने

कर्बला की जमीं पर खून बहा
कत्लेआम का मंज़र सजा
दर्द और दुखों से भरा था सारा जहाँ
लेकिन फौलादी हौसले को शहीद का नाम मिला

ऐसी नमाज़ कौन पढ़ेगा जहाँ
सज़दा किया तो सर ना उठाया हुसैन ने
सब कुछ खुदा की राह में कुर्बान कर दिया
असगर सा फूल भी ना बचाया हुसैन ने

खून से चराग-ए-दीन जलाया हुसैन ने
रस्म-ए-वफ़ा को खूब निभाया हुसैन ने
एक बूंद भी पानी ना पाया हुसैन ने
लेकिन कर्बला को खून पिलाया हुसैन ने

न हिला पाया वो रब की मैहर को
भले जात गया वो कायर जंग
पर जो मौला के दर पर बैखोफ शहीद हुआ
वही था असली और सच्चा पैगम्बर।

आंखों को कोई ख्वाब तो दिखायी दे
ताबीर में इमाम का जलवा दिखायी दे
ए! इब्न-ऐ-मुर्तजा
सूरज भी एक छोटा सा जरा दिखायी दे।

सिर गैर के आगे ना झुकाने वाला
और नेजे पे भी कुरान सुनाने वाला
इस्लाम से क्या पूछते हो कौन हुसैन
हुसैन है इस्लाम को इस्लाम बनाने वाला।

क्या जलवा कर्बला में दिखाया हुसैन ने
सजदे में जा कर सिर कटाया हुसैन ने
नेजे पे सिर था और ज़ुबान पे अय्यातें
कुरान इस तरह सुनाया हुसैन ने।

करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात बने
ईमान फिर से जगाओ तो कोई बात बने
लहू जो बह गया कर्बला में
उनके मकसद को समझो तो कोई बात बने।

कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज है,
उस नवासे पर मुहम्मद को नाज है,
यूँ तो लाखों सिर झुके सजदे में लेकिन
हुसैन ने वो सजदा किया जिस पर खुदा को नाज है।

फिर आज हक़ के लिए जान फिदा करे कोई,
वफ़ा भी झूम उठे यूँ वफ़ा करे कोई,
नमाज़ 1400 सालों से इंतजार में है,
हुसैन की तरह मुझे अदा करे कोई।

पानी का तलब हो तो एक काम किया कर,
कर्बला के नाम पर एक जाम पिया कर,
दी मुझको हुसैन इब्न अली ने ये नसीहत,
जालिम हो मुकाबिल तो मेरा नाम लिया कर।

क्या जलवा कर्बला में दिखाया हुसैन ने,
सजदे में जा कर सर कटाया हुसैन ने,
नेजे पे सिर था और जुबां पर अय्यातें,
कुरान इस तरह सुनाया हुसैन ने।

हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फना हो लब्ज-ए-गम यही हैं दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा

रात का नया चांद मुबारक,
चांद की चांदनी मुबारक,
फलक को सितारे मुबारक,
सितारों को बुलंदी मुबारक,
और आपको ईद मुबारक

चुपके से चांद की चांदनी छू जाए आपको
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से
हम दुआ करते हैं मिल जाए वो आपको

ज़िन्दगी के हर पल खुशियों से कम न हो,
आप के हर दिन ईद के दिन से कम न हो,
ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो!

हवा की खुशबू मुबारक
फिज़ा को मौसम मुबारक
दिलों को प्यार मुबारक
आपको हमारी तरफ से ईद मुबारक

ईद का त्यौहार आया है
खुशियां अपने संग लाया है
खुदा ने दुनिया को महकाया है.
देखो फिर से ईद का त्यौहार आया है
आप सभी को दिल से ईद मुबारक

ईद का त्यौहार आया है
खुशियां अपने संग लाया है
खुदा ने दुनिया को महकाया है.
देखो फिर से ईद का त्यौहार आया है
आप सभी को दिल से ईद मुबारक.

ईद लेकर आती है ढेर सारी खुशिया,
ईद मिटा देती है इंसान में दुरियां,
ईद है खुदा का एक नायाम तबारोक,
इसीलिए कहते हैँ ईद मुबारक।।

अपनी ख़ुशियाँ भूल जा सब का दर्द ख़रीद
‘सैफ़ी’ तब जा कर कहीं तेरी होगी ईद

ईद आई तुम न आए क्या मज़ा है ईद का
ईद ही तो नाम है इक दूसरे की दीद का

ईद अब के भी गई यूँही किसी ने न कहा
कि तिरे यार को हम तुझ से मिला देते हैं

ईद का दिन है गले आज तो मिल ले ज़ालिम
रस्म-ए-दुनिया भी है मौक़ा भी है दस्तूर भी है

हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फना हो लब्ज-ए-गम यही हैं दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा

चुपके से चांद की चांदनी छू जाए आपको
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से
हम दुआ करते हैं मिल जाए वो आपको

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इस पोस्ट में आपने Muharram Wishes in Hindi को पढ़ा जिसमें Wishes के साथ Images भी लगी हुयी हैं जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं और अपने परिजनों को भेज कर मुहर्रम की हार्दिक शुभकामनाएं दे सकते हैं।

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